
15 अक्टूबर का दिन भारत के छात्रों के लिए खास है, क्योंकि यह न केवल विश्व छात्र दिवस के रूप में मनाया जाता है, बल्कि देश भर में इसे डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की जयंती के तौर पर भी याद किया जाता है। स्कूल असेंबली में आज का माहौल उत्साह से भरा रहेगा। बच्चों से लेकर शिक्षकों तक, हर कोई इस दिन को प्रेरणा और संकल्प के रूप में देखता है।
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि
“सपने वो नहीं जो सोते वक्त देखे जाते हैं, सपने वो हैं जो आपको सोने नहीं देते।” – डॉ. कलाम की यह पंक्ति आज भी हर छात्र के दिल में गूंजती है। देश भर के स्कूलों में सुबह की प्रार्थना के बाद छात्रों ने पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया। कुछ स्कूलों में भाषण प्रतियोगिता और विज्ञान प्रदर्शनी जैसे कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
दिल्ली के एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने कहा, “डॉ. कलाम ने हमेशा कहा कि भारत की असली ताकत उसके युवा हैं। हमें हर बच्चे में वही आत्मविश्वास जगाना है जो उन्होंने दिखाया।”
शिक्षा जगत में आज की बड़ी खबरें
- विश्व छात्र दिवस 2025 पर विशेष आयोजन:
- कई राज्यों में छात्र दिवस के अवसर पर ‘यंग इंडिया इनोवेशन ड्राइव’ कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है, जिसमें छात्रों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के नए विचार प्रस्तुत करने का मौका मिल रहा है।
- नई शिक्षा नीति के तहत डिजिटल लर्निंग को बढ़ावा:
- शिक्षा मंत्रालय ने घोषणा की है कि अगले शैक्षणिक सत्र से ग्रामीण स्कूलों में स्मार्ट क्लासरूम की संख्या 40 प्रतिशत तक बढ़ाई जाएगी। इसका उद्देश्य छात्रों को समान शिक्षा अवसर देना है।
- एनसीईआरटी ने नया पर्यावरण विज्ञान पाठ्यक्रम जारी किया:
- नई किताबें अब बच्चों को व्यवहारिक सीख पर अधिक केंद्रित करेंगी। शिक्षक समुदाय ने इस कदम का स्वागत किया है।
विज्ञान और तकनीक में भारत की नई उपलब्धि
भारत का चंद्रयान-3 मिशन अभी भी चर्चा में बना हुआ है। इसरो के वैज्ञानिकों ने हाल ही में बताया कि विक्रम लैंडर के उपकरणों ने चंद्र सतह से और गहरी मिट्टी के नमूने भेजे हैं। यह जानकारी भविष्य के मिशनों के लिए बेहद अहम साबित होगी।
साथ ही, इसरो अब ‘सूर्ययान मिशन’ की तैयारी में जुट गया है जो अगले साल लॉन्च होने की उम्मीद है। विज्ञान शिक्षकों का कहना है कि इन अभियानों से बच्चों में वैज्ञानिक सोच और देशभक्ति दोनों को नया प्रोत्साहन मिलता है।
खेल जगत की प्रमुख सुर्खियां
- क्रिकेट: भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टी-20 सीरीज़ को लेकर टीम इंडिया ने नेट्स में जमकर अभ्यास किया। कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि टीम की रणनीति अब तेज शुरुआत और मजबूत फिनिश पर केंद्रित है।
- फुटबॉल: लियोनेल मेसी की अर्जेंटीना टीम ने प्यूर्टो रिको के खिलाफ दोस्ताना मैच की तैयारी पूरी कर ली है। भारत में भी फुटबॉल प्रेमियों के बीच इस मैच को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
- हॉकी: भारतीय महिला हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल में जगह बना ली है। कोच जनरल रूप में कहा गया, “हमारी टीम अब सिर्फ गोल करने पर नहीं, हर पास पर ध्यान दे रही है।”
पर्यावरण और समाज से जुड़ी प्रेरक खबरें
- दिल्ली में ‘हरित मिशन’ अभियान: दिल्ली के 200 से अधिक स्कूलों में वृक्षारोपण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। छात्रों को पौधों के महत्व और प्रदूषण नियंत्रण पर जागरूक किया गया।
- कर्नाटक में ‘पानी बचाओ’ पहल: कर्नाटक के मैसूर जिले में बच्चों ने जल संरक्षण पर एक लघु नाटक पेश किया जिसने सबका दिल जीत लिया।
- उत्तराखंड में स्वच्छता रैली: देहरादून के सरकारी स्कूलों के बच्चों ने सड़कों पर रैली निकालकर लोगों से स्वच्छता और प्लास्टिक मुक्त भारत का संदेश दिया।
आज का विचार
“अगर आप सूरज की तरह चमकना चाहते हैं, तो पहले सूरज की तरह जलना सीखिए।” — यह विचार न केवल एक प्रेरक संदेश है बल्कि आज के दिन की भावना को भी दर्शाता है।
शिक्षक अपने छात्रों से यही कह रहे हैं कि मेहनत और समर्पण ही सफलता का रास्ता हैं। आज की असेंबली में यह भावना हर जगह झलक रही है।
निष्कर्ष
15 अक्टूबर का दिन केवल एक तारीख नहीं बल्कि प्रेरणा का प्रतीक है। चाहे विज्ञान में भारत की उपलब्धियां हों या स्कूलों की नई पहलें, हर क्षेत्र में बच्चों के लिए सीखने के अवसर बढ़ रहे हैं।
डॉ. कलाम की तरह ही हर बच्चा अपने सपनों को हकीकत में बदलने का सामर्थ्य रखता है। आज की असेंबली सिर्फ खबरों का मंच नहीं बल्कि भविष्य की उम्मीदों का उत्सव है।