
किसानों के लिए दिवाली से पहले एक बड़ी खुशखबरी आ सकती है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) की 21वीं किस्त जारी होने की तैयारी तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, केंद्र सरकार अक्टूबर के अंतिम हफ्ते या नवंबर के पहले सप्ताह में किसानों के खातों में 2000 रुपये की राशि ट्रांसफर कर सकती है। इससे देशभर के करीब 11 करोड़ किसानों को फायदा मिलेगा।
कब आएगी 21वीं किस्त:
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, PM Kisan की 21वीं किस्त दिवाली से पहले जारी होने की संभावना है। केंद्र सरकार ने पहले भी त्योहारों से पहले किसानों को राहत देने के लिए किस्तें समय से पहले जारी की हैं। अगर इस बार भी यही पैटर्न रहा, तो किसानों के खातों में 27 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच पैसा आ सकता है।
एक अधिकारी ने NDTV से बातचीत में बताया कि “सरकार का लक्ष्य है कि दिवाली से पहले किसानों को यह राशि मिले ताकि त्योहार के समय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिले।”
किसानों के खाते में कितना पैसा आएगा:
PM Kisan Yojana के तहत हर साल किसानों को कुल ₹6000 की आर्थिक सहायता दी जाती है, जो तीन बराबर किस्तों में भेजी जाती है। हर किस्त की राशि ₹2000 होती है। अब 21वीं किस्त के रूप में यह रकम सीधे DBT (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसानों के बैंक खातों में जाएगी।
लाभार्थी कैसे चेक करें स्टेटस:
जो किसान यह जानना चाहते हैं कि उनकी किस्त आने वाली है या नहीं, वे pmkisan.gov.in पर जाकर अपना स्टेटस चेक कर सकते हैं।
स्टेप-बाय-स्टेप प्रक्रिया:
- वेबसाइट खोलें और “Beneficiary Status” पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
- स्क्रीन पर आपकी पूरी डिटेल आ जाएगी कि किस्त जारी हुई या नहीं।
अगर स्टेटस “Pending” दिखाता है, तो इसका मतलब है कि दस्तावेज़ या बैंक जानकारी अपडेट करनी होगी।
फर्जी लाभार्थियों पर सख्त कार्रवाई:
उत्तर प्रदेश के बागपत, शामली और कुछ अन्य जिलों में फर्जी किसानों द्वारा योजना का लाभ लेने के कई मामले सामने आए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, कुछ ऐसे लोग भी पैसे ले रहे थे जिनकी खुद की कोई खेती नहीं थी।
स्थानीय प्रशासन ने ऐसे मामलों में जांच शुरू कर दी है। बागपत में कई करोड़ रुपये के गबन का शक जताया गया है। एक अधिकारी ने बताया, “अब ऐसे फर्जी लाभार्थियों के खिलाफ FIR दर्ज होगी और राशि वसूली की जाएगी।”
केंद्र सरकार ने राज्यों को निर्देश दिया है कि सभी जिलों में लाभार्थियों की ई-केवाईसी और भूमि सत्यापन प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जाए।
कौन पात्र है योजना के लिए:
PM Kisan योजना के तहत वही किसान पात्र हैं जिनके पास कृषि योग्य भूमि है और जो आयकर दाता नहीं हैं।
पात्रता मानदंड:
- किसान के नाम पर कृषि भूमि होनी चाहिए।
- परिवार में सरकारी नौकरी करने वाला सदस्य नहीं होना चाहिए।
- ई-केवाईसी और बैंक अकाउंट लिंक होना अनिवार्य है।
अगर किस्त नहीं आई तो क्या करें:
कई बार तकनीकी कारणों या दस्तावेज़ों की त्रुटियों के कारण भुगतान रुक जाता है।
ऐसे में किसान को:
- ई-केवाईसी अपडेट करनी होगी।
- बैंक खाते में नाम और आधार का मिलान जांचना होगा।
- नजदीकी कृषि अधिकारी या CSC केंद्र से सहायता लेनी होगी।
सरकार की रणनीति और भविष्य:
केंद्र सरकार का कहना है कि इस योजना ने ग्रामीण इलाकों में किसानों की आय बढ़ाने और कृषि निवेश को प्रोत्साहित करने में अहम भूमिका निभाई है। अब योजना को और पारदर्शी बनाने के लिए डिजिटल किसान आईडी और भू-अभिलेख एकीकरण प्रणाली पर भी काम हो रहा है।
नीति विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में सरकार लाभार्थियों की रियल-टाइम वेरिफिकेशन सिस्टम शुरू कर सकती है, जिससे गलत भुगतान की संभावना शून्य हो जाएगी।
निष्कर्ष:
दिवाली से पहले PM Kisan की 21वीं किस्त जारी होने से करोड़ों किसानों के चेहरे पर मुस्कान लौट सकती है। सरकार की प्राथमिकता है कि कोई भी पात्र किसान इस योजना से वंचित न रहे। अगर सब कुछ योजना के मुताबिक रहा, तो इस बार त्योहार किसानों के लिए और भी खास साबित होगा।