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दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में मौसम ने बदला मिज़ाज, शाम होते ही घिर आए बादल

byaditya7h agoभारत
दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत में मौसम ने बदला मिज़ाज, शाम होते ही घिर आए बादल

नई दिल्ली से रिपोर्ट

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के कई इलाकों में गुरुवार की शाम मौसम ने अचानक करवट ली। सुबह से हल्की उमस और धूप बनी हुई थी, लेकिन जैसे ही शाम करीब आई, आसमान पर काले बादलों ने डेरा जमा लिया। कई जगहों पर हल्की बारिश भी दर्ज की गई, जिससे गर्मी और उमस से जूझ रहे लोगों को थोड़ी राहत मिली।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह बारिश भले ही ज्यादा देर तक नहीं हुई, लेकिन इसके चलते मौसम में ठंडक घुल गई। नोएडा सेक्टर-62 के निवासी अमित गुप्ता ने बताया, "सुबह से पसीना निकल रहा था, लग ही नहीं रहा था कि अक्टूबर शुरू हो चुका है। लेकिन शाम को बारिश ने राहत दे दी, अब माहौल काफी सुहावना हो गया है।"

मौसम विभाग का अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि उत्तर भारत के कई राज्यों में अगले 48 घंटों तक भारी बारिश हो सकती है। खासतौर पर उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पूर्वोत्तर राज्यों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी से उठी नमी भरी हवाएं और पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण यह बदलाव देखने को मिल रहा है।

IMD की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. निधि चौधरी के अनुसार, “दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में अगले दो दिनों तक रुक-रुक कर बारिश हो सकती है। कहीं-कहीं तेज हवाएं चलने की भी संभावना है। इससे तापमान में गिरावट आएगी और वायु गुणवत्ता में थोड़े सुधार की उम्मीद है।”

गाज़ियाबाद और आसपास का हाल

गाज़ियाबाद में भी शाम ढलते ही मौसम ने करवट ली। अचानक आसमान में गहरे बादल छा गए और हल्की बूंदाबांदी शुरू हो गई। शहर के कई हिस्सों में सड़कों पर जाम की स्थिति बन गई क्योंकि ऑफिस से लौटते लोगों को बारिश ने अचानक घेर लिया।

स्थानीय दुकानदार रवि शर्मा ने बताया, “पिछले कुछ दिनों से गर्मी बढ़ रही थी। जैसे ही बादल छाए और हल्की बारिश हुई, लोगों के चेहरे खिल उठे। यह बदलाव सबको पसंद आया है।”

बिहार और हरियाणा में भी असर

मौसम विभाग ने बिहार और हरियाणा में भी भारी बारिश का अनुमान जताया है। पटना, भागलपुर और दरभंगा जैसे शहरों में गुरुवार देर शाम से ही बादल छाने लगे। वहीं हरियाणा के अंबाला और करनाल में भी हल्की बारिश दर्ज की गई।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है। खरीफ की फसल कटाई के समय हल्की बारिश से खेतों की नमी बनी रहेगी, हालांकि कहीं-कहीं ज्यादा बारिश से नुकसान भी हो सकता है।

दिल्ली में वायु गुणवत्ता पर असर

दिल्ली लंबे समय से प्रदूषण की मार झेल रही है। बारिश और हवाओं की वजह से धूल और धुएं के कण कुछ हद तक नीचे बैठ जाएंगे। इससे एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) में मामूली सुधार हो सकता है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि यह राहत ज्यादा देर तक नहीं टिकेगी क्योंकि दिवाली और पराली सीज़न करीब है।

पर्यावरण कार्यकर्ता रीना वर्मा ने कहा, “बारिश से फिलहाल तो प्रदूषण का असर घटेगा, लेकिन असली चुनौती अगले कुछ हफ्तों में आएगी जब पराली जलाने और पटाखों से हवा भारी होगी। सरकार को अभी से सख्त कदम उठाने चाहिए।”

आगे क्या?

अक्टूबर के पहले हफ्ते में ही बारिश का यह मिज़ाज दिल्ली-एनसीआर और उत्तर भारत के लोगों को अक्टूबर की ठंडक का अहसास दिला रहा है। हालांकि मौसम विभाग का कहना है कि यह स्थिति अस्थायी होगी और अगले हफ्ते तक आसमान साफ हो जाएगा।

लोगों को सलाह दी गई है कि बाहर निकलते समय छाता या रेनकोट साथ रखें और ट्रैफिक नियमों का पालन करें, क्योंकि बारिश के दौरान सड़कों पर फिसलन और जाम की स्थिति आम बात है।

निष्कर्ष

उत्तर भारत में इस समय का मौसम अनिश्चित हो गया है। कभी चटक धूप, तो कभी अचानक बारिश। लेकिन लोगों के लिए यह बदलाव ताज़गी लेकर आया है। दिल्ली की गलियों से लेकर बिहार के गांवों तक, हर जगह लोग इस ठंडी हवा और हल्की बारिश का आनंद ले रहे हैं। बेशक आने वाले दिनों में तापमान धीरे-धीरे नीचे जाएगा, लेकिन फिलहाल यह बरसात अक्टूबर की शुरुआत को यादगार बना रही है।

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