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Air India की उड़ान में बेमौसम इमरजेंसी टरबाइन एक्टिव, विमान सुरक्षित लैंड क्या फिर से Boeing 787 पर सवाल?

byaditya2h agoभारत
Air India की उड़ान में बेमौसम इमरजेंसी टरबाइन एक्टिव, विमान सुरक्षित लैंड क्या फिर से Boeing 787 पर सवाल?

RAT क्या है और क्यों एक्टिव हुआ?

Amritsar से Birmingham जा रही Air India की उड़ान AI117 रविवार को उस वक्त सुर्खियों में आ गई जब विमान की Ram Air Turbine (RAT) अचानक सक्रिय हो गई। यह घटना विमान के लैंडिंग फेज़ के दौरान हुई — जब विमान ज़मीन से मुश्किल से कुछ सौ फीट ऊपर था।

पायलटों ने बिना घबराए स्थिति को संभाला, सिस्टम्स की जांच की, और विमान को Birmingham एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतार लिया। किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई, लेकिन इस घटना ने भारत की एविएशन सेफ्टी पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

RAT दरअसल विमान का “बैकअप हार्ट” होता है। यह एक छोटी-सी हवा-चालित टरबाइन होती है जो तब एक्टिव होती है जब सभी मुख्य बिजली स्रोत फेल हो जाएं। इसका काम होता है — आपातकाल में विमान को न्यूनतम बिजली और हाइड्रॉलिक पावर देना ताकि वह सुरक्षित लैंड कर सके।

DGCA की त्वरित कार्रवाई और पायलट संघ की मांग

DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने तुरंत इस मामले पर डिटेल्ड इन्वेस्टिगेशन शुरू कर दी है। प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, विमान के सभी पैरामीटर सामान्य थे, फिर भी RAT का एक्टिव होना “असामान्य” माना जा रहा है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा,

“यह महज़ तकनीकी गड़बड़ी नहीं है। हमें जानना होगा कि सिस्टम ने अचानक ‘इमरजेंसी मोड’ क्यों समझ लिया जबकि बाकी सब सही चल रहा था।”

इस बीच Federation of Indian Pilots (FIP) ने DGCA को चिट्ठी लिखकर आग्रह किया है कि Boeing 787 Dreamliner बेड़े के सभी electrical systems की तुरंत जांच की जाए। संघ का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में 787 विमानों में Bus Power Control Unit (BPCU) से जुड़ी चेतावनियाँ बार-बार आई हैं।

FIP के एक सदस्य ने कहा,

“ये वही सिस्टम है जो बिजली वितरण और RAT एक्टिवेशन को नियंत्रित करता है। अगर ये गलत सिग्नल दे रहा है, तो यह एक बड़ा सुरक्षा खतरा है।”

यात्रियों की कहानी — “हमने हल्का झटका महसूस किया”

विमान में मौजूद कुछ यात्रियों ने बताया कि लैंडिंग के कुछ मिनट पहले उन्हें अचानक एक “हल्की कंपन” महसूस हुई, लेकिन क्रू ने तुरंत स्थिति संभाल ली।

एक यात्री ने कहा,

“हमने सोचा कोई सामान्य एयर टर्बुलेंस होगी, लेकिन लैंडिंग के बाद पता चला कि कोई सिस्टम एक्टिव हुआ था। एयर इंडिया के क्रू ने बहुत शांत और पेशेवर व्यवहार किया।”

विमान को फिलहाल Birmingham एयरपोर्ट पर ग्राउंड कर दिया गया है, और वापसी उड़ान रद्द कर दी गई।

Dreamliner का इतिहास — भरोसा या खतरा?

Boeing 787 Dreamliner को दुनिया का “next-gen safe jet” कहा जाता है, लेकिन पिछले एक साल में भारत में इस मॉडल से जुड़ी कुछ घटनाएँ सवाल खड़े कर रही हैं।

जून 2025 में Ahmedabad से London जा रही Air India की एक 787 उड़ान टेक-ऑफ के तुरंत बाद हादसे का शिकार हुई थी, जिसमें 260 लोगों की जान चली गई थी। उस हादसे में भी RAT एक्टिवेशन दर्ज हुआ था।

विमानन विशेषज्ञों के अनुसार, दोनों घटनाओं का pattern एक जैसा लग रहा है — यानी बिजली नियंत्रण प्रणाली में किसी गहरे सॉफ़्टवेयर या सेंसर एरर की संभावना।

एक्सपर्ट्स की राय — “ये सिर्फ एक गलती नहीं, चेतावनी है”

सिविल एविएशन सुरक्षा विशेषज्ञ कैप्टन (रि.) विवेक राय का कहना है,

“अगर RAT बिना वजह सक्रिय हुआ है, तो इसका मतलब सिस्टम ने ‘फॉल्स इमरजेंसी’ पहचानी। यह सीधे सॉफ्टवेयर लॉजिक की खामी हो सकती है। Boeing को इस पर तुरंत जांच शुरू करनी चाहिए।”

वहीं, विमान रखरखाव से जुड़े इंजीनियरों का कहना है कि भारत में Dreamliner बेड़े की रखरखाव रूटीन ऑडिट को और सख़्त करने की जरूरत है। कई बार छोटे electrical glitches को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है, जो बाद में बड़े हादसों की वजह बनते हैं।

क्या होगी अगली उड़ान पर असर?

DGCA की जांच रिपोर्ट आने में कुछ हफ्ते लग सकते हैं। अगर यह पाया गया कि RAT का सक्रिय होना किसी सिस्टम फॉल्ट की वजह से था, तो Air India को अपने पूरे Dreamliner बेड़े को अस्थायी तौर पर ग्राउंड करना पड़ सकता है।

Air India पहले से अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को लेकर जांच के घेरे में है — जुलाई 2025 में DGCA की एक रिपोर्ट में 51 सेफ्टी कमियाँ पाई गई थीं, जिनमें ट्रेनिंग और इंस्पेक्शन से जुड़ी गड़बड़ियाँ शामिल थीं।

भरोसे की जंग — यात्रियों और ब्रांड दोनों के लिए

Air India पिछले कुछ सालों में अपनी नई पहचान और विश्वसनीयता दोबारा स्थापित करने में जुटी है। लेकिन ऐसी घटनाएँ उस भरोसे को चोट पहुँचा सकती हैं, खासकर जब यह “तकनीकी खामी” बार-बार सामने आए।

विमानन विश्लेषकों का मानना है कि अब यह समय है जब DGCA, Air India और Boeing — तीनों मिलकर सिस्टमिक जवाबदेही तय करें। आखिरकार, हर बार सौभाग्य से सुरक्षित लैंडिंग हो रही है, लेकिन अगली बार ऐसा ज़रूरी नहीं।

निष्कर्ष

यह घटना सिर्फ एक "सुरक्षित लैंडिंग" की कहानी नहीं, बल्कि एक चेतावनी है — कि आधुनिक तकनीक पर भरोसा करने के साथ-साथ निगरानी और पारदर्शिता भी उतनी ही जरूरी है।

DGCA की रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा कि यह सिर्फ एक glitch था या भारत की हवाई सुरक्षा के लिए कोई गहरी खाई खुलने वाली है।