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तमिल थलाइवाज़ की ऐतिहासिक जीत: अर्जुन देशवाल के 22 अंकों की तूफानी रेड से घर में गूँजी जीत की दहाड़

byaditya6h agoखेल
तमिल थलाइवाज़ की ऐतिहासिक जीत: अर्जुन देशवाल के 22 अंकों की तूफानी रेड से घर में गूँजी जीत की दहाड़

Pro Kabaddi League 2025 में पहली घरेलू जीत, अर्जुन देशवाल बने रात के हीरो

चेन्नई के जवारलाल नेहरू इंडोर स्टेडियम में गुरुवार की रात कुछ खास रही। सालों बाद तमिल थलाइवाज़ की टीम ने अपने घरेलू दर्शकों के सामने वह किया जिसका इंतज़ार 2018 से था — जीत!

हैरान करने वाली बात यह रही कि इस ऐतिहासिक जीत के केंद्र में थे टीम के नए स्टार रेडर अर्जुन देशवाल, जिन्होंने सिर्फ 22 अंकों की तूफानी रेड परफॉर्मेंस से हरियाणा स्टीलर्स को धराशायी कर दिया।

मैच का रोमांच: एकतरफा नहीं, पलटवारों का खेल

शुरुआत में मैच दोनों टीमों के बीच कड़ा टकराव लेकर चला। हरियाणा स्टीलर्स ने पहले हाफ में 15-14 की मामूली बढ़त बनाई थी। लेकिन जैसे ही दूसरे हाफ की शुरुआत हुई, अर्जुन देशवाल ने खेल का पूरा मोमेंटम बदल दिया।

एक के बाद एक सफल रेड्स, सुपर रेड्स और विपक्षी डिफेंडर्स को छकाने वाली चालों से उन्होंने पूरे स्टेडियम को झूमने पर मजबूर कर दिया।

“यह सिर्फ जीत नहीं थी, यह विश्वास की वापसी थी,” मैच के बाद अर्जुन ने मुस्कुराते हुए कहा। “घर में खेलना हमेशा दबाव लाता है, लेकिन आज दर्शकों ने हमें जीत की ताकत दी।”

अर्जुन देशवाल की ‘मास्टरक्लास’

अर्जुन का यह प्रदर्शन न केवल तमिल थलाइवाज़ के लिए बल्कि पूरी लीग के लिए एक मिसाल बन गया है।

उन्होंने 22 रेड पॉइंट्स के साथ 'Raider of the Day' का खिताब भी अपने नाम किया।

उनकी फुर्ती, टाइमिंग और आत्मविश्वास देखकर ऐसा लगा मानो मैदान पर कोई मशीन नहीं, बल्कि शेर दौड़ रहा हो।

हरियाणा की डिफेंस लाइन, जो आम तौर पर काफी मजबूत मानी जाती है, अर्जुन की चालों को भांप ही नहीं सकी।

डिफेंस का योगदान और कोच की रणनीति

थलाइवाज़ के कोच अशान कुमार ने मैच से पहले ही कहा था कि टीम को "घरेलू फैंस के सामने खुद को साबित करने" की ज़रूरत है — और खिलाड़ियों ने यह चुनौती स्वीकार की।

डिफेंस में सागर रत्न, मोहनराज और अजीत कुमार ने शानदार tackles किए, जिससे हरियाणा के रेडर्स बार-बार असफल रहे।

टीम ने दूसरे हाफ में एक ऑल-आउट मारकर निर्णायक बढ़त हासिल की, और आखिर तक उसे बनाए रखा।

2018 के बाद पहली बार ‘होम क्राउड’ का जश्न

2018 के बाद यह पहली बार था जब तमिल थलाइवाज़ ने अपने घर में कोई मैच जीता।

चेन्नई की भीड़ ने “थलाइवाज़, थलाइवाज़!” के नारों से पूरा स्टेडियम गूँजा दिया।

कई फैंस की आँखों में खुशी के आँसू भी थे — जैसे किसी लंबे इंतज़ार का अंत हुआ हो।

सोशल मीडिया पर #ArjunDeshwal और #TamilThalaivas ट्रेंड करने लगे।

विश्लेषण: क्यों खास है यह जीत?

यह जीत सिर्फ एक मैच की बात नहीं है।

यह उस टीम की कहानी है जिसने सालों तक हार और आलोचना झेली, लेकिन अब नए युग की शुरुआत कर दी है।

अर्जुन देशवाल की इस परफॉर्मेंस ने न सिर्फ टीम का मनोबल बढ़ाया, बल्कि विरोधियों को भी एक चेतावनी दे दी — “अब थलाइवाज़ को हल्के में मत लेना।”

कबड्डी एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर यह फॉर्म बरकरार रहा, तो तमिल थलाइवाज़ इस सीज़न की टॉप-4 टीमों में जगह बना सकती है।

आगे क्या?

टीम का अगला मुकाबला बेंगलुरु बुल्स से है, जो फिलहाल टेबल के टॉप-3 में है।

कोच और खिलाड़ी दोनों ही मानते हैं कि अर्जुन की यह लय अगर जारी रही, तो इस सीज़न थलाइवाज़ के लिए “प्ले-ऑफ का सपना” हकीकत बन सकता है।