
दिल्ली के एक साधारण परिवार से निकला लड़का आज भारतीय क्रिकेट का सबसे बड़ा नाम है। बात हो रही है ऋषभ पंत की, जिनका जन्म 4 अक्टूबर 1997 को हुआ था। बचपन से ही पंत का सपना था कि वो टीम इंडिया के लिए खेले और दुनिया को अपने बल्ले का जादू दिखाएं। स्कूल के दिनों में ही उनके कोच ने पहचान लिया था कि ये लड़का साधारण नहीं है।
पंत का घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन शानदार रहा। रणजी ट्रॉफी में उन्होंने रिकॉर्ड समय में शतक जड़ा और लगातार चयनकर्ताओं की नजरों में छा गए। 2017 में जब उन्हें टीम इंडिया के लिए मौका मिला, तब से लेकर अब तक उन्होंने कई बार मैच का रुख पलटा है।
ऋषभ पंत की उपलब्धियां
ऋषभ पंत सिर्फ विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि टीम के लिए संकटमोचक साबित हुए हैं। गाबा टेस्ट (ऑस्ट्रेलिया) में उनकी पारी ने उन्हें ‘मैच विनर’ बना दिया। उस पारी के बाद पंत ने खुद को सिर्फ खिलाड़ी नहीं, बल्कि फाइटर साबित किया।
ODI और T20 में भी पंत ने कई अहम पारियां खेलीं। भले ही कई बार उन्हें आलोचना झेलनी पड़ी हो, लेकिन उन्होंने हमेशा अपने खेल से जवाब दिया। उनके छक्के और आक्रामक शॉट्स दर्शकों के दिलों पर सीधा असर डालते हैं।
ऋषभ पंत का संघर्ष
2022 का वो दिन शायद ही कोई भारतीय क्रिकेट फैन भूल पाएगा। एक दर्दनाक कार एक्सीडेंट ने पंत को जिंदगी और मौत के बीच लाकर खड़ा कर दिया। डॉक्टरों ने कहा कि वापसी मुश्किल है, लेकिन पंत ने हार नहीं मानी। महीनों तक अस्पताल और फिजियोथेरेपी में समय बिताने के बाद वो फिर से मैदान पर लौटे।
पंत खुद कई बार कह चुके हैं, “मैंने हार मानने का कभी सोचा ही नहीं। क्रिकेट मेरा सपना है और मैं उसे अधूरा नहीं छोड़ सकता।” यही जज़्बा उन्हें औरों से अलग बनाता है।
ऋषभ पंत आईपीएल और कमाई
जब बात आईपीएल की आती है, तो पंत दिल्ली कैपिटल्स की जान हैं। शुरुआती सीज़न से ही उन्होंने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से टीम को मजबूत बनाया। आज उनका आईपीएल प्राइस करोड़ों में है और वो सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि ब्रांड बन चुके हैं।
स्पॉन्सरशिप, ब्रांड डील्स और विज्ञापनों से भी उनकी कमाई करोड़ों में पहुंच चुकी है। एक छोटे शहर से निकलकर पंत ने दिखा दिया कि मेहनत और हिम्मत हो तो कोई भी सपना बड़ा नहीं होता।
ऋषभ पंत का भविष्य
आज जब पंत अपना जन्मदिन मना रहे हैं, तब पूरा क्रिकेट जगत उनकी तारीफ कर रहा है। फैंस से लेकर पूर्व दिग्गज खिलाड़ी तक मानते हैं कि आने वाले समय में पंत भारतीय क्रिकेट की रीढ़ साबित होंगे।
उनकी फिटनेस और वापसी की कहानी लाखों युवाओं को प्रेरित करती है। क्रिकेट एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर पंत इसी तरह खेलते रहे, तो आने वाले समय में वो कप्तानी की दौड़ में भी शामिल हो सकते हैं।
निष्कर्ष
ऋषभ पंत की कहानी सिर्फ क्रिकेट की नहीं, बल्कि संघर्ष, हिम्मत और सपनों की भी है। एक खिलाड़ी जिसने मुश्किलों को हराकर खुद को साबित किया, आज टीम इंडिया का चमकता सितारा है। उनके जन्मदिन पर यही दुआ है कि वो लंबे समय तक भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं।