
शुक्रवार की शाम गुजरात की GIFT सिटी देशभक्ति और भावनाओं से गूंज उठी। मंच पर शुरू हुआ भारत की आत्मा को समर्पित म्यूजिकल “Mera Desh Pahle: The Untold Story of Narendra Modi” और खत्म हुआ तालियों की गूंज और गर्व की भावना के साथ।
इस कार्यक्रम में हजारों लोग शामिल हुए जिनमें मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, कई मंत्री और राज्य अधिकारी भी मौजूद थे। करवा चौथ की शाम होने के बावजूद लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लेकिन जब अक्षय कुमार ने मंच पर कदम रखा और “तेरी मिट्टी में मिल जावां” गाना शुरू किया, तो पूरा माहौल थम गया।
कुछ ही पलों में हॉल में सन्नाटा छा गया और फिर हर तरफ तालियां और देशभक्ति के नारे गूंज उठे। अक्षय के सुर और शब्दों ने दर्शकों को भीतर तक छू लिया।
मनोज मुंतशिर का अनोखा प्रयास
इस म्यूजिकल को तैयार किया है मशहूर गीतकार मनोज मुंतशिर शुक्ला ने। वे पहले भी “तेरी मिट्टी”, “गल्लियां” और “शायद” जैसे गाने लिखकर लोगों के दिल जीत चुके हैं।
“Mera Desh Pahle” उनके लिए सिर्फ एक नाट्य प्रस्तुति नहीं बल्कि एक भावनात्मक यात्रा है।
कहानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जीवन की सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक चाय बेचने वाला बालक देश का नेतृत्व करने तक पहुंचा। यह कहानी संघर्ष, समर्पण और संकल्प की प्रतीक है।
शो की शुरुआत एक कविता से हुई जिसमें कहा गया, “वो देश के लिए जिया, और देश उसमें जीता।” इसके बाद संगीत, नृत्य और संवादों के ज़रिए मोदी के जीवन के अलग-अलग पड़ाव दिखाए गए।
अक्षय कुमार का दिल छू लेने वाला पल
कार्यक्रम के बीच में जब अचानक मंच पर धुंध और रोशनी के बीच अक्षय कुमार नजर आए तो दर्शक चौंक गए। उन्होंने बिना किसी भव्य तैयारी के बस एक माइक थामा और गाना शुरू किया।
“तेरी मिट्टी में मिल जावां, गुल बन के मैं खिल जावां…” जैसे ही बोल गूंजे, हजारों लोग खड़े हो गए। कई लोगों की आंखें नम थीं।
गाने के बाद अक्षय ने कहा, “आज का दिन परफॉर्मेंस का नहीं, जिम्मेदारी याद करने का है। हमें अपने देश के लिए वही करना है जो दिल कहे।”
उनके इन शब्दों पर पूरा हॉल तालियों से गूंज उठा।
कला और देशभक्ति का सुंदर संगम
मनोज मुंतशिर ने बताया कि इस म्यूजिकल का मकसद प्रचार नहीं बल्कि प्रेरणा देना है।
उन्होंने कहा, “ये कहानी किसी पद की नहीं बल्कि उस सोच की है जिसने पूरे देश को जोड़ा। हम चाहते हैं कि लोग इसमें अपने हिस्से की प्रेरणा ढूंढें।”
शो में गीत, संवाद, और बैकग्राउंड विजुअल्स का मेल देखने लायक था। हर एक्ट एक नए दौर की झलक दिखाता है, चाहे वह मोदी का बचपन हो या उनका राजनीतिक सफर।
दर्शकों की प्रतिक्रिया
दर्शकों ने इस कार्यक्रम को बेहद भावुक और यादगार बताया। वडोदरा से आई कॉलेज लेक्चरर प्रियंका देसाई ने कहा, “मैं राजनीति देखने नहीं आई थी, बल्कि इंसान की कहानी सुनने आई थी। शो ने मुझे अंदर तक छू लिया।”
राजकोट के रिटायर्ड शिक्षक रमेश जोशी बोले, “जब अक्षय ने तेरी मिट्टी गाया तो पूरा ऑडिटोरियम थम गया। ऐसा लगा जैसे हर शब्द दिल के अंदर उतर रहा हो।”
करवा चौथ की रात पर देशभक्ति का रंग
कार्यक्रम का समय और दिन दोनों प्रतीकात्मक थे। करवा चौथ का दिन समर्पण और प्रेम का प्रतीक है, ठीक वैसे ही जैसे मोदी के जीवन का दर्शन सेवा और त्याग पर आधारित है।
GIFT सिटी में इस आयोजन से गुजरात ने यह भी साबित किया कि वह सिर्फ व्यापार का नहीं बल्कि संस्कृति का केंद्र भी बन सकता है। आधुनिक तकनीक, रोशनी और संगीत के मेल ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर का शो बना दिया।
आने वाले समय की झलक
“Mera Desh Pahle” को लेकर चर्चा है कि इसे भारत के अलग-अलग शहरों में और फिर विदेशों में भारतीय समुदायों के बीच ले जाया जाएगा।
अक्षय कुमार ने कहा, “कला सिर्फ मनोरंजन के लिए नहीं, भावना जगाने के लिए भी होती है। अगर हमारी प्रस्तुति किसी को अपने देश से जोड़ सके, तो यही हमारी जीत है।”
शो के अंत में जब मंच पर अंतिम पंक्ति गूंजी “मेरा देश पहले, बाकी सब बाद में”, तो पूरा ऑडिटोरियम खड़ा होकर एक साथ ताली बजाने लगा।
वह सिर्फ तालियां नहीं थीं, बल्कि एक साझा गर्व का पल था।
निष्कर्ष
“Mera Desh Pahle” ने साबित कर दिया कि जब कला सच्चाई और भावना के साथ जुड़ती है तो राजनीति भी कविता बन जाती है।
मनोज मुंतशिर और अक्षय कुमार की इस प्रस्तुति ने दर्शकों को याद दिलाया कि देशभक्ति सिर्फ शब्दों में नहीं, बल्कि हर उस कोशिश में होती है जो हमें एक बेहतर भारत की ओर ले जाती है।